I don't know where i have landed... coz of my deeds...
Friday, July 24, 2009
Kya khoob kaha hai dost
मैं रोता हूँ, आंखों में पानी नहीं रखता मैं लव्ज़ों में अपनी झूठी कहानी नहीं रखता वो आये और आ कर अपनी यादों को भी ले जाये मैं भूल जाने वालों की कोई निशानी नहीं रखता --अज्ञात
1 comment:
kya baat hai.. subhan allaa...
Post a Comment